दुनिया में जितनी भी करेंसी (Currency) चलती है। वो Currency किसी न किसी Bank या Government के अधीन होती है। इन Currency का मूल्य उस देश की साख और मुद्रास्फीति पर निर्भर करता है।
उदाहरण के तौर पर अमेरिका की करेंसी Dollar, यूरोपियन संघ की Pond का मूल्य अन्य देशो की मुद्रा से ज्यादा होता है। जेसे की डॉलर भारत के Rupees से ज्यादा है।
उदाहरण के तौर पर अमेरिका की करेंसी Dollar, यूरोपियन संघ की Pond का मूल्य अन्य देशो की मुद्रा से ज्यादा होता है। जेसे की डॉलर भारत के Rupees से ज्यादा है।
अब हम आपको बताने जा रहे है ऐसी मुद्रा के बारे में जिस पर किसी भी देश का अधिकार नही होता है। जिसको छापा भी नही जाता है। इस करेंसी को बिटकौइन (bitcoin) कहते है। यह करेंसी Virtual भी है और Digital भी है।
2009 में यह Currency अस्तित्व में आयी थी। आस्ट्रेलिया के एक कारोबारी क्रेग राइट (Craig Wright) ने इस करेंसी की शुरुआत की थी। इनके पास लाखो डॉलर की बीटकौइन सम्पति है।
2009 में यह Currency अस्तित्व में आयी थी। आस्ट्रेलिया के एक कारोबारी क्रेग राइट (Craig Wright) ने इस करेंसी की शुरुआत की थी। इनके पास लाखो डॉलर की बीटकौइन सम्पति है।
बिटकौइन (bitcoin) क्या है? What is The Bitcoin ? In Hindi
- यह Digital या Virtual करेंसी होती है और इसको छापा नही जाता है।
- इसका Physically कोई वजूद नही होता है। यह एक Code होती है और इस कोड को Computer पर Generate किया जाता है।
- इस करेंसी को Computer पर Online खरीदा जाता है और Computer पर ही इसको E Wallet में स्टोर किया जाता है। इस करेंसी के द्वारा Online लेनदेन सम्भव है।
- दुनिया की बड़ी करेंसियो जैसे Dollar ,Pond,Eur etc से इसको Exchange कर सकते है। पहले इस करेंसी का उपयोग केवल हैकर और अपराधी ही करते थे लेकिन अब इसका उपयोग व्यापक हो गया है।
- Reditt और Wordpress जैसी कंपनियां भी इसका उपयोग करने लगी है। जापानी कंपनी MT Goks बिटकौइन को ऑनलाइन Exchange करने वाली सबसे बड़ी कम्पनी है। अमेरिकी कंपनी कोयनलैब ने इसके साथ एक करार भी किया है।
यह एक Digital करेंसी है इसलिए इसे केवल computer पर ही बनाया जा सकता है। इसे एक विशेष कम्युनिटी आधारित Software से बनाया जाता है। जानकारों के अनुसार प्रत्येक 10 मिनट में नए बिटकौइन बनाये जाते है। इन Bitcoin का उपयोग लोग Shopping ,Donation और Business के लिये करते है। इस सिस्टम के मौजूदा Modal के अनुसार दुनिया में 21 मिलियन (2.1 करोड़) के बिटकौइन बनाये जाते है। इनमे से 15 मिलियन का लेनदेन हो रहा है।
एक बार Code Generate होने पर User उसे Hard Drive या Pen Drive में सेव कर सकता है या फिर उसे अपने Virtual Wallet में रख सकता है। इसको कागज़ पर प्रिंट करके भी अपने पास रख सकते है।
बिटकौइन (bitcoin) कैसे प्राप्त करे- How can Bitcoin Purchase Process In Hindi
बिटकौइन प्राप्त करने के 2 तरीके है। पहला तरीका यह है कि यूजर अपने Computer में बिटकौइन का Community Software Install करके इसको शुरू कर सकता है। इस Software को Install करने पर कुछ बिटकौइन User को मुफ्त मिलते है।
दूसरा तरीका यह है कि कई Online Websites है जो कई देशो की मुद्रा को बिटकौइन में Exchange करती है। इन Websites के जरिये आप बिटकौइन खरीद सकते है।
जानिये बिटकौइन (bitcoin) का मूल्य - Value Of Bitcoin In Hindi
शुरुआत में बिटकौइन की कुछ भी कीमत नही थी। दिसम्बर 2010 में 1 बिटकौइन करीब 22 सेन्ट का माना गया था। 2011 में इस करेंसी का मूल्य 2.11 डॉलर के बराबर हो गया था।
2013 में एक समय ऐसा भी था जब इसकी कीमत 1147.25 डॉलर Per बिटकौइन पहुँच गयी थी। अब इसकी कीमत 200 से 600 डॉलर के बीच रहती आयी है।
2013 में एक समय ऐसा भी था जब इसकी कीमत 1147.25 डॉलर Per बिटकौइन पहुँच गयी थी। अब इसकी कीमत 200 से 600 डॉलर के बीच रहती आयी है।
बिटकौइन (bitcoin) के फ़ायदे- Advantage and Benefit Of Bitcoin
- बिटकौइन एक Computer जनित कोड है। इसलिये इसको kripto Currency भी कहते है। सरकार या बैंको पर पड़ने वाले प्रभाव से बिटकौइन पूरी तरीके से अप्रभावित रहता है।
- बिटकौइन से लेनदेन Person To Person होता है और कोई Transnational Fees भी नही होती है। बिटकौइन से Money भेजना उतना ही आसान है जितना की Email भेजना।
- इसका उपयोग दुनिया कीे किसी भी जगह पर Money Transfer में होता है। बिटकौइन से दशमलव के 8 वे अंक तक की राशि भेजी जा सकती है।
- सरकार इस करेंसी पर Censorship भी नही लगा सकती है क्योंकि बैंक अकाउंट फ्रिज कर देने पर भी यह करेंसी अप्रभावित रहती है।
- यह सिस्टम कभी भी क्रेश नही हो सकता क्योंकि एक सिस्टम के बंद होने पर दूसरा सिस्टम इसको बैलेंस कर लेता है।
इसमें फर्जीवाड़ा भी नामुमकिन है क्योंकि फर्जी Code Generate करना मुमकिन नही है क्योंकि यह पूरा सिस्टम Mathematical है। इस सिस्टम में पहले से ही तय होता है कि 21 मिलियन से ज्यादा बिटकौइन नही बनाये जा सकते है। इस तरह कोई भी व्यक्ति फर्जी बिटकौइन नही बना सकता है।
यह लेनदेन पूरी तरह से गुप्त होता है । कोई भी सरकार या एजेंसी इसका लेनदेन का पता नही लगा सकती है।
इसी का फायदा अपराधी और हैकर उठाते है। मैसूर की एक IT Company के Computers को Hackers ने हैक कर लिया था और इन Computers से अपना कब्जा छोड़ने के एवज में रूपये मांगे थे। ये रूपये बिटकौइन के रूप में मांगे गए थे। इसी वजह है यह करेंसी अपराधियो की पसंद बन गयी है।
बिटकौइन (bitcoin) का भविष्य - The Future Of bitcoin
कई अर्थशास्त्री औऱ निवेशक यह मानते है कि बिटकोईन का कोई भविष्य नही है। इसमें सारी पूंजी लगाना गलत मानते है क्योंकि इस करेंसी पर सरकार का नियंत्रण नही होता है इसलिए भी इसमें निवेश करना सही नही है। इसका मूल्य भी स्थिर नही है। भारत में इस पर प्रतिबंध है।
तो दोस्तों आपको हमारा यह पोस्ट केसा लगा , हमे जरुर बताइयेगा।
इस पोस्ट में दी गयी जानकारी विभिन्न Sources से ली गयी है।
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