कार वो भी सूटकेस में। ताज्जुब हो रहा होगा ना। दिमाग भी चकरा गया होगा की कोई कार भी सूटकेस में आ सकती है। सूटकेस तो कपडे रखने के लिए होता है तो क्या सूटकेस में कोई कार भी आ सकती है? जी हां हम सच कह रहे है। अमेरिका में एक ऐसी ही कार का निर्माण हुआ है। यह कार आसानी से फोल्ड की जा सकती है,यह साइज में दूसरी कारो से छोटी होती है।
यह कार केवल 35 किलोग्राम की है और इसमें एक आदमी बैठ सकता है। यह फोल्डिंग कार खुलने पर 3.25 फुट लम्बी हो जाती है। पार्किंग की समस्या से निजात मिलती है। यह कार उन लोगो के लिए है जो ज्यादातर समय ट्रैवेल करते है।
यह कार केवल 35 किलोग्राम की है और इसमें एक आदमी बैठ सकता है। यह फोल्डिंग कार खुलने पर 3.25 फुट लम्बी हो जाती है। पार्किंग की समस्या से निजात मिलती है। यह कार उन लोगो के लिए है जो ज्यादातर समय ट्रैवेल करते है।
- दुनिया की सबसे छोटी कार 4.1 फुट लंबी ,2.1 फुट चौड़ी और 2.1 फुट ऊँची है।
- इस कार को अमेरिका के ऑस्टिन कोलसन ने बनाया है।
- यह कार गिनीज बुक में सबसे छोटी कार के रूप में दर्ज है। यह फोल्डिंग कार 60 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ़्तार से दौड़ती है।
वैज्ञानिको ने इसका नाम अर्माडिलो टी रखा है।
- इस कार में एक छोटा डिजिटल कैमरा लगाया गया है जो पीछे और दाए बाए स्क्रीन पर देखने में हेल्प करता है।
- इस कार की वास्तविक लंबाई 2.8 मीटर है। इस कार की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घण्टा है और यह 2 सीटर कार है।
भारत के जयपुर शहर निवासी पीयूष अग्रवाल ने भी इसी तरह की एक कार बनाई है। पियूष ने ऐसी फोल्डिंग कार बनाई है जो ट्रैफिक जाम में से आसानी से निकल आती है।
- इस कार का वजन 50 किलोग्राम है । पियूष अब इसको और मॉडिफाइड कर रहे है जिससे इसका वजन और कम हो जायेगा।
- इस कार में 12 वोल्ट की 4 बैटरीयां उपयोग की गई है।
- एक बार चार्ज करने पर कार 80 किलोमीटर का सफर तय करती है।
भारत के इस युवा ने अपने सपनो की उड़ान भरी और अपनी मेहनत और लगन से अपने सपनो को साकार किया। भारत के ये युवा देश का भविष्य बना रहे है और इनकी मेहनत और सोच देखकर लगता है की भारत का भविष्य उज्जवल है।
A very nice article. Keep up the good work. and please check out my site www.wwalkbro.in
ReplyDeletei am happy to see this post, very nice motivation post, keep it up, also keep me your update always
ReplyDeletehttp://www.factbaaz.com/best-dubai-tour-plan-in-low-expenses-with-dubai-trio-explained-in-hindi/