Friday, March 17, 2017

वाटर एटीएम : एक नयी सोच तकनीक के साथ - What is Water ATM Hindi Article

water atm in hindi

Introduction About Water ATM In Hindi

ATM कही पर पर भी किसी भी समय नगद निकासी की एक उत्तम व्यवस्था है। एटीएम एक ऐसी सुविधा है जो लोगो को 24*7 नकद रुपये देता है। क्या आपने Water ATM के बारे में सुना है? नहीं ! तो चलिए हम आपको बताते है वाटर एटीएम के बारे में।
ये ATM मनी की जगह वाटर उपलब्ध कराते है। स्वच्छ और शीतल पानी इन वाटर एटीएम पर उपलब्ध होता है। ये वाटर एटीएम वाटर बूथ कहलाते है। जैसे की मिल्क बूथ होते है जो दूध उपलब्ध कराते है और ये वाटर बूथ पानी उपलब्ध कराते है। ये वाटर बूथ दिखने में एटीएम की तरह होते है,इसलिए इन्हें वाटर एटीएम भी कहा जाता है।
Delhi और kolkata जैसे बड़े शहरों में यह व्यवस्था शुरूकी गई थी। आज राजस्थान,गुजरात जैसे राज्यो में भी कई जगह वाटर एटीएम लगा दिए गए है।
शुद्ध पानी प्रत्येक इंसान के लिए जरुरी होता है। निम्न वर्ग के लोगो को शुद्ध पानी सप्लाई का यह उत्तम तरीका है। बड़े शहरों में पानी की सप्लाई टेंकरो आदि के द्वारा की जाती है लेकिन टेंकरो द्वारा उपलब्ध पानी शुद्ध नहीं होता है। यह पानी कई बीमारियों का कारण बनता है। वाटर बूथ शुद्ध पानी लोगो को उपलब्ध कराते है। इन वाटर बूथ पर वाटर purifier लगा होता है जो पानी को शुद्ध करता है।

वाटर एटीएम की शुरुआत कहा और कब हुई - 

लाखो लोगो को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने वाले वाटर बूथ की शुरुआत 2008 में हुई थी।
पीरामल फाउंडेशन के सैल्स हैड धर्मवीर सिंह ने इसकी शुरुआत की थी। सर्वजल अभियान के तहत वाटर एटीएम की मुहिम शुरू की गई थी।

वाटर एटीएम कैसे कार्य करता है - How Water ATM Works In Hindi

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  • वाटर एटीएम को कही पर भी स्थापित किया जा सकता है।
  • यह एक Box होता है जो RO सिस्टम से जुड़ा हुआ होता है।
  • RO के जरिये पानी को Process करके शुद्ध किया जाता है और फिर Pipeline के जरिये पानी Metal Box में पहुँचता है। मेटल बॉक्स से पानी बोतल में भर लिया जाता है।
  • लोग पानी को 2 तरीके से ले सकते है। पहला तरीका यह है कि आप के पास प्लास्टिक Prepaid Card हो और दूसरा तरीका है नगदी के द्वारा ।
  • Plastic Card एटीएम बूथ लगाने वाली कंपनी अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराती है। प्लास्टिक कार्ड के जरिये पानी प्राप्त करने का आसान तरीका है। इसमें कार्ड को बूथ पर लगे सेंसर के सामने रखना होता है।
  • Sensor कार्ड को Read करता है और कार्ड का बैलेन्स बताता है।
  • इसके बाद पानी भरने के लिए कंटेनर रखते है जितना पानी कंटेनर में भरता है उसके हिसाब से कार्ड में से बैलेंस कट जाता है।
  • नगद के द्वारा पानी प्राप्त करने के लिए सिक्के डाले जाते है। एक या दो रुपये के सिक्कों में 1 लीटर तक पानी आ जाता है।
इन वाटर एटीएम की निगरानी कंपनी के ऑफिस में बैठकर आसानी से की जा सकती है। इसके लिए जी एस एम तकनीक का उपयोग करते है।
इस तकनीक का अर्थ है ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल Communication. इस तकनीक में एक सॉफ्टवेयर का उपयोग करते है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर एक संदेश ऑपरेटर के मोबाइल पर पहुँचता है।

वाटर एटीएम के बारे में आपको यह भी जानना चाहिए - Know About Water ATM
  • ज्यादा से ज्यादा 20 लीटर पानी लिया जा सकता है।
  • एक रूपये प्रति लीटर से 2 रूपये प्रति लीटर तक का मूल्य लिया जाता है।
  • प्लास्टिक कार्ड को 150 रूपये की राशि में प्राप्त किया जाता है और इतने में ही रिचार्ज भी कर सकते है।
  • सोर ऊर्जा से चलने वाले वाटर एटीएम भी अस्तित्व में आ चुके है।
आप भी इसको शुरू कर सकते है- How can Start A Business Of Water ATM 
वाटर एटीएम एक व्यापक बिज़नस का रूप ले चुका है। कई कंपनियां इस क्षेत्र में काम कर रही है। पीरामल फाउंडेशन,सर्वजल आदि कंपनियां फ्रेंचाइजी उपलब्ध करवा रही है। आप भी फ्रेंचाइजी लेकर RO प्लांट स्थापित कर सकते है। एक RO प्लांट स्थापित करने में 5 लाख के करीब खर्चा आता है।
जो भी फ्रेंचाइजी लेता है उसको अपनी आय का 40 फीसदी कंपनी को देना होता है लेकिन अगर आप फ्रेंचाइजी का पूरा खर्चा देकर RO मशीन खुद स्थापित करते है तो आपको कंपनी को केवल 20 फीसदी आय देनी होती है।
कंपनी इस आय का उपयोग प्रचार ,तकनीकी सहायता और एटीएम रखरखाव पर करती है।

दोस्तों आपको मेरा यह पोस्ट केसा लगा जरुर बताना .... 

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